by Ankit Jha | Jun 10, 2016 | Personal Experiences
जब हम ना होंगे, जब हमारी ख़ाक पे तुम रुकोगे चलते चलते अश्कों से भीगी चांदनी में इक सदा सी सुनोगे चलते चलते वही पे कही हम तुमसे मिलेंगे बनके कली बनके सबा बाग़-ए-वफ़ा में रहें ना रहें हम महका करेंगे बन के कली बनके सबा बाग़-ए -वफ़ा में। This beautiful song written by Majrooh...